सामग्री पर जाएँ

"सुरजीत पातर": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
छो बॉट: साँचा बदल रहा है: Infobox person
No edit summary
 
(5 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 8 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{ज्ञानसन्दूक व्यक्ति
{{ज्ञानसन्दूक व्यक्ति
|name=डा. सुरजीत पातर<br>ਡਾ. ਸੁਰਜੀਤ ਪਾਤਰ
|name=सुरजीत पातर
|image=Surjit Patar.jpg
|image=Surjit Patar.jpg
|image_size=
|image_size=
|caption= [[पंजाबी भाषा | पंजाबी]] कवि सुरजीत पातर
|caption= [[पंजाबी भाषा | पंजाबी]] कवि सुरजीत पातर
|birth_date={{birth date and age|df=yes|1945|01|14}}
|birth_date={{birth date|df=yes|1945|01|14}}
|birth_place=[[पत्तड कलां]], [[जालंधर ज़िला]], [[पंजाब, भारत|पंजाब]] ([[भारत]])
|birth_place=[[जलंधर जिला|पत्तड कलां]], [[पंजाब प्रांत (ब्रिटिश भारत)|पंजाब]], [[ब्रिटिश राज|भारत]]
|death_date = {{death date and age|df=y|2024|05|11|1945|1|14}}
|death_date=
|death_place = [[लुधियाना]], [[पंजाब, भारत|पंजाब]], [[भारत]]
|death_place=
|education= साहित्य में पी एच डी, [[गुरु नानक देव विश्वविद्यालय]] ([[अमृतसर]])
|education= साहित्य में पी.एच.डी
|occupation=लेखक, कवि
|occupation=लेखक, कवि
|known_for=[[पंजाबी भाषा | पंजाबी]] काव्य
|known_for=[[पंजाबी भाषा|पंजाबी]] काव्य
}}
}}
'''सुरजीत पातर''' ([[गुरमुखी]]: ਸੁਰਜੀਤ ਪਾਤਰ; जन्म:14 जनवरी 1945) [[पंजाब, भारत|पंजाब]] के एक प्रसिद्ध पंजाबी भाषा के लेखक और कवि है। उनकी कविताओं को आम जनता में भारी लोकप्रियता प्राप्त हुई है और आलोचकों ने उनकी उच्च प्रशंसा की है।<ref name=ssingh>{{cite journal |last=Singh |first= Surjit |authorlink= |date=Spring–Fall 2006 |title=Surjit Patar: Poet of the Personal and the Political |journal=Journal of Punjab Studies |volume=13 |issue= 1|pages= 265 |id= |url= |accessdate= 4 January 2009 |quote= His poems enjoy immense popularity with the general public and have won high acclaim from critics. }}</ref>
'''सुरजीत पातर''' ([[गुरमुखी]]: ਸੁਰਜੀਤ ਪਾਤਰ;14 जनवरी 1945–11 मई 2024)<ref>{{Cite web|url=https://hindi.news24online.com/entertainment/dr-surjit-patar-passes-away-at-age-of-79/706112/|title=Dr. Surjit Patar कौन? जिनके निधन से साहित्य जगत में पसरा मातम|last=Tomar|first=Nancy|website=News24 Hindi|language=hi|access-date=2024-05-11}}</ref> [[पंजाब, भारत|पंजाब]] के एक प्रसिद्ध [[पंजाबी भाषा]] के [[कवि]] है। उनकी कविताओं को आम जनता में भारी लोकप्रियता प्राप्त हुई है और आलोचकों ने उनकी उच्च प्रशंसा की है।<ref name=ssingh>{{cite journal |last=Singh |first= Surjit |authorlink= |date=Spring–Fall 2006 |title=Surjit Patar: Poet of the Personal and the Political |journal=Journal of Punjab Studies |volume=13 |issue= 1|pages= 265 |id= |url= |accessdate= 4 January 2009 |quote= His poems enjoy immense popularity with the general public and have won high acclaim from critics. }}</ref>

उनका जन्म [[जालंधर जिला|जालंधर जिले]] के पातर गांव में 14 जनवरी, 1945 हुआ था। वहां से निकलकर वे [[कपूरथला]] पहुंचे। वहां के रणधीर कॉलेज से स्नातक किया। इसके बाद [[पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला]] से स्नातकोत्तर और फिर [[गुरु नानक देव विश्वविद्यालय]] से 'गुरु नानक वाणी में लोककथाओं के परिवर्तन' विषय पर शोध किया। वे लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय से पंजाबी के प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए।

पातर की कविताओं में हमारे समय के मनुष्य ने, उसकी इच्छा, आकांक्षा और संघर्षों, बहुत सी भावनाओं ने वाणी पायी है। उन्होंने हमारे समय के आम मनुष्य की, चाहे वह किसान हो या मजदूर के कहे-अनकहे अहसासात को कविता का रूप दिया। वह केवल इन्हीं के नहीं बल्कि उन कवियों की वाणी को भी स्वर दे रहे थे, जो लिखना चाह कर भी लिख नहीं पाती थी।

==सन्दर्भ==
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}
{{टिप्पणीसूची}}

15:12, 4 जुलाई 2024 के समय का अवतरण

सुरजीत पातर

पंजाबी कवि सुरजीत पातर
जन्म 14 जनवरी 1945
पत्तड कलां, पंजाब, भारत
मौत 11 मई 2024(2024-05-11) (उम्र 79 वर्ष)
लुधियाना, पंजाब, भारत
शिक्षा साहित्य में पी.एच.डी
पेशा लेखक, कवि
प्रसिद्धि का कारण पंजाबी काव्य

सुरजीत पातर (गुरमुखी: ਸੁਰਜੀਤ ਪਾਤਰ;14 जनवरी 1945–11 मई 2024)[1] पंजाब के एक प्रसिद्ध पंजाबी भाषा के कवि है। उनकी कविताओं को आम जनता में भारी लोकप्रियता प्राप्त हुई है और आलोचकों ने उनकी उच्च प्रशंसा की है।[2]

उनका जन्म जालंधर जिले के पातर गांव में 14 जनवरी, 1945 हुआ था। वहां से निकलकर वे कपूरथला पहुंचे। वहां के रणधीर कॉलेज से स्नातक किया। इसके बाद पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला से स्नातकोत्तर और फिर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से 'गुरु नानक वाणी में लोककथाओं के परिवर्तन' विषय पर शोध किया। वे लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय से पंजाबी के प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए।

पातर की कविताओं में हमारे समय के मनुष्य ने, उसकी इच्छा, आकांक्षा और संघर्षों, बहुत सी भावनाओं ने वाणी पायी है। उन्होंने हमारे समय के आम मनुष्य की, चाहे वह किसान हो या मजदूर के कहे-अनकहे अहसासात को कविता का रूप दिया। वह केवल इन्हीं के नहीं बल्कि उन कवियों की वाणी को भी स्वर दे रहे थे, जो लिखना चाह कर भी लिख नहीं पाती थी।

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. Tomar, Nancy. "Dr. Surjit Patar कौन? जिनके निधन से साहित्य जगत में पसरा मातम". News24 Hindi. अभिगमन तिथि 2024-05-11.
  2. Singh, Surjit (Spring–Fall 2006). "Surjit Patar: Poet of the Personal and the Political". Journal of Punjab Studies. 13 (1): 265. His poems enjoy immense popularity with the general public and have won high acclaim from critics. |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)