शिशिर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]शिशिर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. एक ऋतु जो माघ और फाल्गुन मास में होती है । उ॰—गोपी गाइ ग्वाल गोसुत वै मलिन वदन कृस गात । परम दीन जनु शिशिर हिमी हत अंबुज गत बिन पात ।—सूर (शब्द॰) ।
२. जाड़ा शीतकाल ।
३. हिम ।
४. विष्णु ।
५. एक प्रकार का अस्त्र ।
६. सूर्य का एक नाम ।
७. लाल चंदन ।
८. प्लक्ष द्वीप का एक वर्ष (को॰) ।
शिशिर ^२ वि॰ शीलतल । ठंडा । विशेष—इस अर्थ में इस शब्द का प्रयोग यौगिक शब्दों के बनाने में उनके आरंभ में होता है । जैसे—शिशिरकर ।
२. शिशर संबंधी । शिशिर का (को॰) ।
३. जो ठंढक पहुँचावे । गर्मी हटाने या दूर करनेवाला (को॰) ।