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  • रंज जहाँ पास न जाएँ कभी उसके। आराम जहाँ हो है वहाँ काम हमारा॥ जर दीन है कुरआन है ईमाँ है नबी है। जर ही मेरा अल्लाह है जर राम हमारा॥ भठि॰––ले मैं तो मियाँ...
    ४५७ B (४६२ शब्द) - ०४:३८, १९ मई २०२१
  • मुँह से बुरी बताते हैं पर करते अवश्य हैं । इसी प्रकार वेद, पुराण, बाइबिल, कुरआन सब धर्मग्रन्थ हैं, क्योंकि चोरी, जारी, विश्वासघात आदि की आज्ञा किसी में...
    ७३७ B (१,७९९ शब्द) - १०:४६, ९ दिसम्बर २०१९
  • क्या किया जाय? तो उसने उत्तर दिया—अगर ये किताबें कुरआन के अनुकूल हैं तो इनकी आवश्यकता नहीं—क्योंकि कुरआन ही काफी है। और यदि उसके विपरीत है तो भी उनकी ज़रूरत...
    ४४० B (४,१८० शब्द) - ०८:४६, ३ मई २०२१
  • _____________________________________________________________ ⁠* इंजील तथा कुरआन आदि । ​ 'भर के बुद्धिमानों के शिरोमणि थे ! शिवालय, शिवमूर्ति अथवा शिवार्चन...
    २५० B (७,६९५ शब्द) - ००:२६, २२ अप्रैल २०२०