वित्त बाज़ार
अर्थ के संबंध में वित्त बाजार (अंग्रेज़ी: Financial market) वह व्यवस्था है जो लोगों को वित्तीय प्रतिभूतियों (जैसे शेयर, बांड आदि), वस्तुओं (जैसे मूल्यवान धातुएँ, कृषि उत्पाद आदि) एवं अन्य सामानों के क्रय-विक्रय (व्यापार) की सुविधा देता है ताकि वे कम खर्चे पर दक्षतापूर्वक क्रय-विक्रय कर सकें। वित्तीय बाजार का प्राथमिक कार्य पूंजी के आधिक्य वाले क्षेत्रों से पूंजी की कमी वाले क्षेत्रों की ओर पूंजी का गतिशीलन सुनिश्चित करना है।
यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है , जहाँ पर धन का लेनदेन किया जाता हैं । जिसके पास अधिक धन होता हैं वह वहा निवेश के लिए आता हैं , निवेश हिस्सेदारी(पार्टनरशिप)और ऋण में किया जा सकता हैं , हिस्सेदारी के बदले निवेशक को लाभ मिलता हैं तथा ऋण के बदले ब्याज मिलता हैं , जिसको धन की आवश्यकता होती हैं वह यहां धन की व्यवस्था के लिए आता हैं इसके लिए हिस्सेदारी बेची और ऋण लिया जा सकता हैं ,
यह दो प्रकार के होते हैं
- कैपिटल मार्केट
- मनी मार्केट
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- भारत में मुद्रा और वित्त बाजार के साधन
- Financial Markets with Yale Professor Robert Shiller financial market type of two 1 money market 2 capital market
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