पाकिस्तान
पाकिस्तान इस्लामी गणराज्य اِسْلامی جَمْہُورِیَۂ پاکِسْتان Islamic Republic of Pakistan |
||||||
---|---|---|---|---|---|---|
|
||||||
राष्ट्रवाक्य: "ایمان، اتحاد، نظم" ("आस्था, एकता, अनुशासन") |
||||||
राष्ट्रगान: قَومی ترانہ ("राष्ट्रगान") |
||||||
राजधानी | इस्लामाबाद 33°40′N 73°10′E / 33.667°N 73.167°E | |||||
सबसे बड़ा नगर | कराची | |||||
राजभाषा(एँ) | उर्दू अंग्रेज़ी |
|||||
निवासी | मुस्लिम | |||||
सरकार | अर्द्ध-राष्ट्रपतीय संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य | |||||
- | राष्ट्रपति | आरिफ़ अल्वी | ||||
- | प्रधानमंत्री | शहबाज़ शरीफ़ | ||||
स्वतंत्रता यूनाइटेड किंगडम से | ||||||
- | तिथि | 14 अगस्त, 1947 | ||||
- | इस्लामिक गणराज्य | 23 मार्च 1956 | ||||
क्षेत्रफल | ||||||
- | कुल | 7,96,940 km2 (36वाँ) | ||||
- | जल (%) | 3.1 | ||||
जनसंख्या | ||||||
- | 2017 जनगणना | 207,774,520 (6वाँ) | ||||
- | 1998 जनगणना | 132,352,279 | ||||
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी) | 2008 प्राक्कलन | |||||
- | कुल | $504.3 करोड़ (26 वाँ) | ||||
- | प्रति व्यक्ति | $3320.12 (128 वाँ) | ||||
मानव विकास सूचकांक (2007) | 0.551 मध्यम · 152 वाँ |
|||||
मुद्रा | पाकिस्तानी रुपया (PKR) | |||||
समय मण्डल | पीएसटी (PST) (यू॰टी॰सी॰+6) | |||||
- | ग्रीष्मकालीन (दि॰ब॰स॰) | - (यू॰टी॰सी॰+6) | ||||
दूरभाष कूट | +92 | |||||
इंटरनेट टीएलडी | .pk |
पाकिस्तान (उर्दू: پاکِسْتان, अंग्रेज़ी: Pakistan) (अधिकारिक नाम: पाकिस्तान इस्लामी गणराज्य) भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। २३.१ करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का पाँचवी बड़ी आबादी वाला देश है।[1] पाकिस्तान में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है। यह 8,81,913 वर्ग किलोमीटर (3,40,509 वर्ग मील) क्षेत्र में फैला 33 वाँ सबसे बड़ा देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हिंदी हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा। कबाइली इलाके और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा आजाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं।
पाकिस्तान का अस्तित्व सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप आया था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इकबाल ने द्विराष्ट्र सिद्धांत का जिक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफगान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिंध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बँटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसंबर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया।[2][3][4][5][6]
नाम का उदभव
पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 1933 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली के द्वारा हुआ पाक्स्तान के रूप में हुआ था।[7]
आज के पाकिस्तानी भूभाग का मानवीय इतिहास कम से कम 5000 वर्ष पुराना है,[8] यद्यपि इतिहास पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 1933 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली के द्वारा हुआ। आज का पाकिस्तानी भूभाग कई संस्कृतियों का गवाह रहा है।
ईसापूर्व 3300-1800 के बीच यहाँ सिंधु घाटी सभ्यता का विकास हुआ। यह विश्व की चार प्राचीन ताम्र-कांस्यकालीन सभ्यताओं में से एक थी। इसका क्षेत्र सिंधु नदी के किनारे अवस्थित था पर गुजरात (भारत) और राजस्थान में भी इस सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा इत्यादि स्थल पाकिस्तान में इस सभ्यता के प्रमुख अवशेष-स्थल हैं। इस सभ्यता के लोग कौन थे इसके बारे में विद्वानों में मतैक्य नहीं है। कुछ इसे आर्यों की पूर्ववर्ती शाखा कहते हैं तो कुछ इसे द्रविड़। कुछ इसे बलोची भी ठहराते हैं। इस मतभेद का एक कारण सिंधु-घाटी सभ्यता की लिपि का नहीं पढ़ा जाना भी है।
ऐसा माना जाता है कि 1500 ईसापूर्व के आसपास आर्यों का आगमन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों के मार्फत भारत में हुआ। आर्यों का निवास स्थान कैस्पियन सागर के पूर्वी तथा उत्तरी हिस्सों में माना जाता है जहाँ से वे इसी समय के करीब ईरान, यूरोप और भारत की ओर चले गए थे। सन् 543 ईसापूर्व में पाकिस्तान का अधिकांश इलाका ईरान (फारस) के हखामनी साम्राज्य के अधीन आ गया। लेकिन उस समय इस्लाम का उदय नहीं हुआ था; ईरान के लोग जरदोश्त के अनुयायी थे और देवताओं की पूजा करते थे। सन् 330 ईसापूर्व में मकदूनिया (यूनान) के विजेता सिकंदर ने दारा तृतीय को तीन बार हराकर हखामनी वंश का अंत कर दिया। इसके कारण मिस्र से पाकिस्तान तक फैले हखामनी साम्राज्य का पतन हो गया और सिकंदर पंजाब तक आ गया। ग्रीक स्रोतों के मुताबिक उसने सिंधु नदी के तट पर भारतीय राजा पुरु (ग्रीक - पोरस) को हरा दिया। पर उसकी सेना ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया और वह भारत में प्रवेश किये बिना वापस लौट गया। इसके बाद उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में यूनानी-बैक्ट्रियन सभ्यता का विकास हुआ। सिकंदर के साम्राज्य को उसके सेनापतियों ने आपस में बाँट लिया। सेल्युकस निकेटर सिकंदर के सबसे शक्तिशाली उत्तराधिकारियों में से एक था।
मौर्यों ने 300 ईसापूर्व के आसपास पाकिस्तान को अपने साम्राज्य के अधीन कर लिया। इसके बाद पुनः यह ग्रीको-बैक्ट्रियन शासन में चला गया। इन शासकों में सबसे प्रमुख मिनांदर ने बौद्ध धर्म को प्रोत्साहित किया। पार्थियनों के पतन के बाद यह फारसी प्रभाव से मुक्त हुआ। सिंध के राय राजवंश (सन् 489-632) ने इसपर शासन किया। इसके बाद यह उत्तर भारत के गुप्त और फारस के सासानी साम्राज्य के बीच बँटा रहा।
सन् 712 में फारस के सेनापति मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध के राजा को हरा दिया। यह फारसी विजय न होकर इस्लाम की विजय थी। बिन कासिम एक अरब था और पूर्वी ईरान में अरबों की आबादी और नियंत्रण बढ़ता जा रहा था। हालाँकि इसी समय केंद्रीय ईरान में अरबों के प्रति घृणा और द्वेष बढ़ता जा रहा था पर इस क्षेत्र में अरबों की प्रभुसत्ता स्थापित हो गई थी। इसके बाद पाकिस्तान का क्षेत्र इस्लाम से प्रभावित होता चला गया। पाकिस्तानी सरकार के अनुसार इसी समय 'पाकिस्तान की नींव' डाली गई थी। इसके 1192 में दिल्ली के सुल्तान पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद ही दिल्ली की सत्ता पर फारस से आए तुर्कों, अरबों और फारसियों का नियंत्रण हो गया। पाकिस्तान दिल्ली सल्तनत का अंग बन गया।
सोलहवीं सदी में मध्य-एशिया से भाग कर आए हुए बाबर ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया और पाकिस्तान मुगल साम्राज्य का अंग बन गया। मुगलों ने काबुल तक के क्षेत्र को अपने साम्राज्य में मिला लिया था। अठारहवीं सदी के अंत तक विदेशियों (खासकर अंग्रेजों) का प्रभुत्व भारतीय उपमहाद्वीप पर बढ़ता गया। सन् 1857 के गदर के बाद संपूर्ण भारत अंग्रेजों के शासन में आ गया।
अंग्रेजों के शासन काल में, खासकर पंजाब में कई विरोध आंदोलन हुए। इस दौरान पंजाब और सिंध में अच्छी खासी हिंदू आबादी थी। पर जनतंत्र की मांग को लेकर और मुस्लिमों के अल्पमत में होने के कारण अलग मुस्लिम राष्ट्र की मांग होने लगी। पहले सन् 1930 में शायर मुहम्मद इकबाल ने भारत के उत्तर-पश्चिमी चार प्रांतों -सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफगान (सूबा-ए-सरहद)- को मिलाकर एक अलग राष्ट्र की मांग की थी। 1947 अगस्त में भारत के विभाजन के फलस्वरूप पाकिस्तान का जन्म हुआ। उस समय पाकिस्तान में वर्तमान पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों सम्मिलित थे। सन् 1971 में भारत के साथ हुए युद्ध में पाकिस्तान का पूर्वी हिस्सा (जिसे उस समय तक पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था) बांग्लादेश के रूप में स्वतंत्र हो गया।
पाकिस्तान का इस्लामीकरण
711 ईस्वी में पाकिस्तान का पश्चिमी भाग हिंदू राजपूतों द्वारा शासित था। 1076 इस्वी में गजनी ने राजा जयपाल शाही से इस क्षेत्र को जीत लिया। इसी समय बहुत सी हिंदू जातियाँ इस्लाम में जाने लगी। इनको अरबो द्वारा शेख का पद दिया गया।
हिंदुओं के धर्म परिवर्तन के कई कारण थे जिसमे इस्लाम के प्रति झुकाव और आर्थिक दबाव प्रमुख थे। मुस्लिम शासकों शासन में संरक्षण और सामाजिक गतिशीलाता के कारण यह परिवर्तन हो पाया। इसका अन्य कारण जिजिया कर जो धिम्मी (काफिर) लोगो पर लगाया जाता था से भी बचा जा सकता था।तत्कालीन कठोर जाति व्यवस्था के कारण दलित जातीय, ऊँची हिंदू जातियों द्वारा सामाजिक अत्याचार अपमान से परेशान होकर सूफीयों द्वारा मुस्लिम बन गई।[9]
हिंदू जातियों का मुस्लिम परिवर्तन मुख्यत: 13 वी और 14 वी सदी में हुआ था। मुस्लिम आक्रांताओं की विजय का इसमे बहुत प्रभाव था।[10]
उच्च हिंदू जातियाँ भी मुस्लिम धर्म में आर्थिक, राजनैतिक फायदे के कारण आ गई लेकिन फिर भी उनका सामाजिक ढाँचा पूर्ववत ही बना रहा। ये परिवर्तन सामूहिक हुए थे जिसके द्वारा सम्पूर्ण जाति को बचाये जाने की धारणा थी।
[11]
भूगोल
पाकिस्तान का क्षेत्रफल कोई 8,03,940 वर्ग किलोमीटर है जो ब्रिटेन और फ्रांस के सम्मिलित क्षेत्रफल के करीब आता है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह विश्व में 36 स्थान पर है। अरब सागर से लगी इसकी सामुद्रिक सीमा रेखा कोई 1046 किलोमीटर लंबी है। इसकी जमीनी सीमारेखा कुल 6,744 किलोमीटर लंबी है - उत्तर-पश्चिम में 2430 कि.मी. अफगानिस्तान के साथ, दक्षिण पूर्व में 909 किमी ईरान के साथ, उत्तर-पूर्व में 512 कि.मी. चीन के साथ (गुलाम कश्मीर से लगी सीमा) तथा पूर्व में 2912 कि.मी. भारत के साथ।
पाकिस्तान का उत्तरी इलाका पहाड़ी है। यहाँ हिमालय पर्वतों के कई उच्चतम शिखर पाए जाते हैं। इन्हीं के बीच से गुजरता सकरा रास्ता 'खैबर पास' के नाम से प्रसिद्ध है। भारत से उद्भवित होने वाली पाँच नदियाँ झेलम, चिनाब, रावी, सतलज ऑर बियास यहाँ से बहकर जब समतल भूमि को छूती हैं तो एक अत्यंत उपजाऊ जमीन बनाती है जिसे 'पंजाब' के नाम से जाना जाता है। दक्षिण की ओर इनके संगम से सिंधु नदी बनती है जिसकी घाटी और भी उपजाऊ है। दक्षिण में यह अरबी समुद्र से जाकर मिलती हैं।
दक्षिण में समुद्री घाटों (बीच, या दीघा) से लेकर उत्तर में हिमालय (काराकोरम) और हिंदुकुश की बर्फीली चोटियों तक पाकिस्तान में बहुत भौगोलिक विविधता है। पर औसतन रूप से यह क्षेत्र शुष्क है। औसतन 100 सेंटीमीटर सालाना वर्षा होती है। पाकिस्तान की 5 चोटियाँ 8000 मीटर से भी ज्यादा ऊँची हैं। उत्तरी क्षेत्रों में मौसमी विविधता अधिक है। वहाँ की गर्मियों में तापमान 45 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक चला जाता है जबकि सर्दियों में तापमान हिमांक तक पहुँच जाता है। दक्षिण में यह विविधता अपेक्षाकृत कम होती है।
सिंधु यहाँ की प्रमुख नदी है। इसके अलावा सिंधु की सहायक नदियाँ पंजाब के आसपास होकर बहती है जिसके कारण पंजाब में कृषियोग्य जलवायु होती है। सिंधु नदी के पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में बलोचिस्तान का इलाका मरुस्थल है। सिंध के पूर्वी भाग में थार मरुस्थल का विस्तृत भाग है पर सिंध में ही थारपारकार विश्व का एकमात्र उर्वर मरुस्थल है। देश की कुल 27% भूमि कृषियोग्य है।
अर्थव्यवस्था
पाकिस्तान एक विकासशील देश है। सन् 2007 तक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 7 प्रतिशत की वार्षिक दर से घट रही थी। यहाँ की मुद्रा पाकिस्तानी रुपया है, जो पैसे में बाँटा जा सकता है। एक अमरीकी डालर की कीमत लगभग 104 पाकिस्तानी रुपये (सन् 2006) हैं। सन् 2005 तक पाकिस्तान पर 240 अरब अमेरिकी डॉलर का विदेशी कर्ज था जो अमेरिका द्वारा दिए गए ऋणमाफी और अन्य संस्थाओं द्वारा दिए गए वित्तीय मदद के कारण कम होता जा रहा है पर अब अमेरिका पाकिस्तान की कोई सहायता नहीं करेगा।
यहाँ की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान कम होता जा रहा है। आज कृषि सकल घरेलू उत्पाद का मात्र 2 फीसदी हिस्सा है जबकि 3 फीसदी सेवा क्षेत्र से आता है। लेकिन राजनीतिक उथल-पुथल के कारण आज यह दिवालिया होने के कगार पर आ गया
पाकिस्तानी राजनैतिक दल
- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी - बेनजीर भुट्टो इसी पार्टी से थी। इस पार्टी की स्थापना इनके पिता जुल्फिकार अली भुट्टो ने की थी।
- पाकिस्तान मुस्लिम लीग
- मुत्तहिदा मज्लिस-ए-अमल
- तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी- यह पार्टी मशहूर पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान द्वारा स्थपित की गई है।
- मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एम क्यू एम) इस पार्टी की स्थापना अलताफ हुसैन ने की थी।
अपने प्रथम चरण में यह पार्टी कराची तक सीमित थी। आज इस पार्टी के अंकुर देश के कोने कोने में दिखाई देते है, अब यह पार्टी एक शहर की नहीं देश के चारो प्रांत की है (द्वारा एम क्यु एम प्रांतीय कमिटी पेशावर)
उपविभाग
पाकिस्तान में चार प्रांत हैं:-
क्षेत्र:
क्षेत्र के आधार पर:
जनसंख्या
अगस्त 2017 के आँकड़ों के अनुसार पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 20,77,74,520 (लगभग 20.7 करोड़) पाकिस्तान का स्थान विश्व में छठा है,[12][13] यानि इसकी जनसंख्या ब्राजील से कम और रूस से अधिक है। यहाँ की जनसंख्या वृद्धि दर अधिक होने के कारण भविष्य में इसके तेजी से बढ़ने की संभावना है। आम हितों की परिषद 25 अगस्त, 2017 को अस्थाई परिणाम प्रस्तुत की गई। इन परिणामों के अनुसार, पाकिस्तान की कुल आबादी 20.78 करोड़ थी, जो 19 वर्षों में 57% वृद्धि का प्रतिनिधित्व करती है। पाकिस्तान की जनगणना के अस्थायी परिणामों में गिलगित-बल्तिस्तान और आजाद कश्मीर के आँकड़ों को शामिल नहीं किया गया है,[14] जो कि अंतिम रिपोर्ट में शामिल होने की संभावना है जो 2018 में आ जाएगा।[15][16] ट्रांसजेंडर आबादी पाकिस्तान में 10,418 है, जो 0.005% है।
पाकिस्तान की शहरी जनसंख्या 7.558 करोड़ है, जो देश की जनसंख्या का लगभग 36.4% है। महिला जनसंख्या कुल मुख्यालय का 48.8% है।
प्रमुख जातियों का प्रतिशत है: -
- पंजाबी (44.7%),
- पश्तून (पठान) (15.4३%),
- सिंधी (14.2%),
- मुल्तानी (8.4%),
- मुहाजिर (7.6%),
- बलोची (3.4%)।
हाल में अफगानिस्तान में चल रहे युद्धों के कारण कई अफगान शरणार्थी भी इस देश में रहने लगे हैं। यहाँ का प्रमुख धर्म इस्लाम है और लगभग 96 प्रतिशत लोग मुस्लिम हैं (77 प्रतिशत सुन्नी और 20 प्रतिशत शिया)। इसके अलावा 1.85 प्रतिशत हिंदू और 1.6 प्रतिशत ईसाई यहाँ के प्रमुख अल्पसंख्यक हैं।
पाकिस्तान की संवैधानिक भाषा अंग्रेजी और राष्ट्रीय भाषा उर्दू है। पंजाबी यहाँ सबसे अधिक बोली जाने वाली स्थानीय भाषा है पर इसको कोई संवैधानिक दर्जा प्राप्त नहीं है।
जनजातियाँ
- भील - पाकिस्तान की प्रमुख जनजातियों में भील है ।
संस्कृति
पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है, अतः यहाँ की संस्कृति पर इस्लाम का प्रभाव रहा है। नृत्य और संगीत पर इस्लाम की पाबंदी की वजह से सार्वजनिक जीवन में इनका प्रचलन उच्च वर्ग तथा निम्न तबके के बीच रह गया है। सूफी मजारों पर मेले और अन्य परंपराएँ सदियों से चली आ रही है। । शायर इकबाल, फैज अहमद फैज, अहमद फराज के अलावे गालिब, मीर, दाग, जिगर इत्यादि उर्दू शायरों की गजले आज भी पसंद की जातीं हैं। गुलाम अली, मेहदी हसन, नुसरत फतह अली खान और उनके भतीजे राहत फतेह अली खान प्रमुख गायक हैं। इसके अलावे फारसी शायरी गाई जाती है - इकबाल, हाफिज, रूमी, निजामी गंजवी, अमीर खुसरो और सादी का कलाम कई जगह गाया और मदरसों में भी पढ़ाया जाता है।
उत्तर-पश्चिम के सूबा सरहद में ट्रकों पर की गई चित्रकारी प्रसिद्ध है।[उद्धरण चाहिए]
प्रांत (सूबे)
पाकिस्तान 7 हिस्सों में बाँटा गया है :
खेल
हॉकी यहाँ का राष्ट्रीय खेल है। ट्वेन्टी-ट्वेन्टी विश्व कप 2009 में जीता था इसी कारण क्रिकेट की लोकप्रियता बहुत अधिक है। देश की क्रिकेट टीम ने एक बार विश्व कप (सन् 1992 में) जीता है। पाकिस्तान में क्रिकेट बहोत लोकप्रिय खेल है।
बाहरी कड़ियाँ
- wikt:पाकिस्तान (विक्षनरी)
सन्दर्भ
- ↑ "Pakistan's population is 207.68m, shows 2017 census result".
- ↑ Parth R. Chauhan. "An Overview of the Siwalik Acheulian & Reconsidering Its Chronological Relationship with the Soanian – A Theoretical Perspective". Sheffield Graduate Journal of Archaeology. University of Sheffield. मूल से 4 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मार्च 2014.
- ↑ Joseph Needham (1994). A selection from the writings of Joseph Needham. McFarland & Co. पृ॰ 24. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-89950-903-7.
When the men of Alexander the Great came to Taxila in India in the fourth century BC they found a university there the like of which had not been seen in Greece, a university which taught the three Vedas and the eighteen accomplishments and was still existing when the Chinese pilgrim Fa-Hsien went there about AD 400.
- ↑ Hermann Kulke; Dietmar Rothermund (2004). A History of India. Routledge. पृ॰ 157. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-415-32919-1.
In the early centuries the centre of Buddhist scholarship was the University of Taxila.
- ↑ Balakrishnan Muniapan; Junaid M. Shaikh (2007). "Lessons in corporate governance from Kautilya's Arthashastra in ancient India". World Review of Entrepreneurship, Management and Sustainable Development 2007. 3 (1): 50–61. डीओआइ:10.1504/WREMSD.2007.012130.
- ↑ Radha Kumud Mookerji (1951) [reprint 1989]. Ancient Indian Education: Brahmanical and Buddhist (2nd संस्करण). Motilal Banarsidass. पपृ॰ 478–479. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 81-208-0423-6.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2018.
- ↑ "Pakistan: The lesser-known histories of an ancient land". मूल से 10 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 सितंबर 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 सितंबर 2011.
- ↑ Punjabi Musalmans by J.M.Wikeley, Manohar 1991, p4
- ↑ The Discovery of India by Jawaharlal Nehru, Oxford Uni. Press 1985, p266
- ↑ "पाकिस्तान में आबादी बढ़ना फायदेमंद या नुकसानदेह?". मूल से 28 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अगस्त 2017.
- ↑ "जनगणना: पाकिस्तान की जनसंख्या में 57 फीसदी की वृद्धि, अब वहां हैं 20.7 करोड़ लोग". मूल से 26 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अगस्त 2017.
- ↑ "Enumerating Pakistan". मूल से 28 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अगस्त 2017.
- ↑ "Pakistan's population reaches 208 million: provisional census results". मूल से 26 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अगस्त 2017.
- ↑ "Pakistan's 6 th Census - 207 Million People Still Stuck In Malthusian Growth". मूल से 26 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अगस्त 2017.